कोविड-19 से ठीक होने के बाद कौनसी देखभाल ज़रूरी है?

Posted on: 11 Oct 2025

कोविड-19 से ठीक होने के बाद कौनसी देखभाल ज़रूरी है?

अधिकांश COVID मरीजों में बहुत हल्के लक्षण होते हैं और वे पूरी तरह से संक्रमण से ठीक हो जाते हैं। लेकिन लगभग 50% मरीजों में ठीक होने के बाद पहले 2-3 महीनों तक कुछ Post-Covid symptoms (पोस्ट-कोविड लक्षण) देखे जा सकते हैं जैसे — हल्की साँस लेने में तकलीफ़, थकान, चिंता, और याददाश्त में कमी। यह लक्षण उन लोगों में भी हो सकते हैं जिन्हें हल्का कोविड हुआ था। कुछ मरीजों को recovery period (रिकवरी पीरियड) या hospitalization (अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान) में cardiac complications (हृदय संबंधी समस्याएं) हो सकती हैं।

WHO ARE AT HIGH RISK OF DEVELOPING CARDIAC COMPLICATIONS?

कौन लोग हृदय संबंधी समस्याओं के ज्यादा जोखिम में होते हैं?

जिन मरीजों में नीचे दिए गए risk factors (जोखिम कारक) होते हैं, उन्हें कोविड से ठीक होने के बाद हृदय संबंधी समस्याएं होने की संभावना ज़्यादा रहती है

  • Diabetes(मधुमेह)
  • High BP(उच्च रक्तचाप)
  • Overweight(अधिक वजन)
  • Post stent या bypass surgery(स्टेंट या बायपास सर्जरी के बाद)
  • Poor heart pumping(हृदय की पंपिंग कमजोर होना)

WHAT ARE THE MAJOR COMPLICATIONS?

प्रमुख समस्याएं कौनकौन सी हो सकती हैं?

Recovery period के पहले 30-40 दिनों में ये गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। कोविड के बाद शरीर में clot forming tendency (खून में थक्का बनने की प्रवृत्ति) बढ़ जाती है, जिससे ये समस्याएं हो सकती हैं:

  • पैरों में खून के थक्के बनना
  • फेफड़ों में खून के थक्के
  • हार्ट अटैक
  • हार्ट फेल होना
  • ब्रेन स्ट्रोक

ARE THERE ANY SYMPTOMS FOR ME TO IDENTIFY THESE COMPLICATIONS?

इन समस्याओं को पहचानने के लिए कौनसे लक्षण दिख सकते हैं?

अगर आपके शरीर में नीचे दिए गए लक्षण दिखें तो सतर्क हो जाइए:

  • नया साँस लेने में तकलीफ़ होना या पहले से मौजूद तकलीफ़ का बढ़ जाना
  • सीने में भारीपन, बेचैनी या दर्द
  • धड़कन तेज़ महसूस होना (Palpitations)
  • पैरों में सूजन
  • बोलने में परेशानी या हाथ-पैर में कमजोरी (मस्तिष्क से जुड़े लक्षण)

WHAT TO DO IF I HAVE THE ABOVE SYMPTOMS?

अगर ये लक्षण हों तो क्या करें?

यदि आपको ऊपर बताए गए लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें ताकि किसी heart-related issue (हृदय से जुड़ी समस्या) की जांच हो सके। अधिकतर मामलों में केवल ECG और ECHO से ही जांच पूरी हो जाती है। कभी-कभी CT Scan या 24 hours Holter monitor की जरूरत भी पड़ सकती है।

समय रहते लक्षणों की पहचान और इलाज से गंभीर समस्याओं को टाला जा सकता है। जल्दी इलाज से अधिकतर मरीज पूरी तरह ठीक हो जाते हैं।

ARE THERE ANY OTHER COMPLICATIONS?

क्या और भी कोई समस्याएं हो सकती हैं?

कुछ minor complications (छोटी समस्याएं) भी हो सकती हैं जो जानलेवा नहीं होतीं:

  • चिंता (Anxiety)
  • मांसपेशियों में दर्द (Myalgia)
  • नींद न आना
  • जोड़ों में दर्द
  • थोड़े समय की याददाश्त की कमी
  • ध्यान केंद्रित करने में परेशानी

इनमें से अधिकतर लक्षणों में supportive care (सहायक देखभाल) से राहत मिल जाती है। ICU में भर्ती रहे मरीजों को ये लक्षण अधिक समय तक रह सकते हैं। ऐसे मरीजों को मानसिक समर्थन (psychological support) की भी आवश्यकता होती है।