हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल के 2 मुख्य कारण

Posted on: 13 Oct 2025

हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल के 2 मुख्य कारण

हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल के 2 मुख्य कारण

1. जेनेटिक (GENETIC):

कुछ परिवारों में हाई कोलेस्ट्रॉल जेनेटिक रूप से पाया जाता है। ऐसे लोगों में, भले ही वे कम सैचुरेटेड फैट और ऑयल वाला खाना खाएं, फिर भी उनका कोलेस्ट्रॉल लेवल बहुत अधिक होता है। इससे दिल की रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज होता है और युवा उम्र में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। समय पर पहचान और उचित दवाओं से बड़े हार्ट अटैक को रोका जा सकता है। इन रोगियों को शुरुआत में ही दवाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि उनका कोलेस्ट्रॉल स्तर बहुत अधिक होता है।

2. डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव (DIET AND LIFESTYLE CHANGES):

DIET:

अधिक सैचुरेटेड फैट का सेवन और बैठे रहने की जीवनशैली (sedentary lifestyle) से हल्के से मध्यम स्तर तक कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि होती है। अगर शुरूआती चरण में जीवनशैली और डाइट में बदलाव नहीं किया गया तो दवाइयों की आवश्यकता पड़ सकती है।

कौन से डाइटरी बदलाव करके हम शरीर में टोटल कोलेस्ट्रॉल और खराब कोलेस्ट्रॉल (bad cholesterol) को कम कर सकते हैं?

सैचुरेटेड फैट से आने वाली कैलोरी को 5-7% से कम करना चाहिए। यानी हमें सैचुरेटेड फैट से 150 कैलोरी से कम लेना चाहिए।

भारत में रोज़मर्रा के भोजन में सैचुरेटेड फैट के सामान्य स्रोत:

Whole milk, Ghee, Butter, Cheese, Coconut oil, Palm oil, Chicken with skin, Red meat (Lamb, Beef, और Pork)।
Cottage cheese या पनीर में कम मात्रा में सैचुरेटेड फैट, कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी होती है तथा अधिक प्रोटीन होता है। इसलिए पनीर, चीज़ से बेहतर होता है। लेकिन चीज़, बटर से बेहतर होता है क्योंकि बटर में अधिक कार्बोहाइड्रेट और सैचुरेटेड फैट होता है और कम प्रोटीन होता है।

Chocolates, Cakes, और Puddings में भी अधिक सैचुरेटेड फैट होता है।

Eggs और Prawns में कम सैचुरेटेड फैट और अधिक कोलेस्ट्रॉल होता है। केवल वही खाद्य पदार्थ जो अधिक सैचुरेटेड फैट रखते हैं, ब्लड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं — न कि वे जिनमें केवल कोलेस्ट्रॉल अधिक हो।

MUFA और PUFA का सेवन बढ़ाएं:

MUFA:
Olive oil, Avacado oil, Almond oil, Ground nut oil, Mustard oil और Nuts (Almond, Cashew & Peanuts) में MUFA पाया जाता है, जो कि खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।

PUFA:
शरीर के लिए दो प्रकार के PUFA आवश्यक होते हैं — Omega 6 PUFA और Omega 3 PUFA।

Omega 3 fatty acids का सेवन हृदय को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है। DHA और EPA, दो जरूरी ओमेगा 3 फैटी एसिड्स होते हैं जो ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने, हार्ट बीट को नियमित करने और अचानक कार्डियक डेथ को रोकने में मदद करते हैं।

LIFESTYLE CHANGES

  1. a) Physical Activity:
    शारीरिक निष्क्रियता दिल की रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज और हार्ट अटैक का प्रमुख कारण है। बैठे रहने वाली जीवनशैली से अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) में गिरावट आती है।

30 मिनट की aerobic physical activity, सप्ताह में कम से कम 5 दिन करें — यह सिर्फ वजन घटाने में ही नहीं बल्कि खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में भी मदद करता है।

  1. b) Weight Loss:
    शरीर का वजन यदि 5-10% भी कम हो जाए तो ब्लड कोलेस्ट्रॉल में काफी कमी आती है। जंक फूड छोड़कर हेल्दी फूड खाना और रोजाना व्यायाम करने से वजन कम होता है।
  2. c) Quit Smoking:
    धूम्रपान से LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल)बढ़ता है और HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल)घटता है। इससे दिल की रक्त वाहिकाओं में कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है और युवाओं में हार्ट अटैक का खतरा बहुत बढ़ जाता है। धूम्रपान छोड़ना हार्ट अटैक की रोकथाम का सबसे अहम कदम है।
  3. d) Reduce Alcohol Consumption:
    शराब पीने से ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ते हैंऔर HDL घटता है। बहुत अधिक ट्राइग्लिसराइड्स वाले मरीजों में पैंक्रियाटाइटिसका खतरा होता है। इसलिए शराब का सेवन पूरी तरह बंद करना चाहिए।
  4. e) Control of Diabetes:
    अनियंत्रित डायबिटीज से LDL और ट्राइग्लिसराइड्सबढ़ते हैं और HDL घटता है।इसलिए ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना जरूरी है ताकि कोलेस्ट्रॉल भी संतुलित रहे।

सारांश:
एक स्वस्थ डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल ही शुरुआत में दवाइयों के बिना और आगे चलकर दवाइयों के साथ कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के लिए बेहद जरूरी हैं।