सीने में दर्द एक आम लक्षण है। यह कई कारणों से हो सकता है — जैसे मामूली मांसपेशियों का दर्द से लेकर गंभीर हार्ट अटैक तक। हार्ट अटैक से जुड़ा सीने का दर्द अक्सर एसिडिटी से होने वाले दर्द से भ्रमित किया जाता है। हालांकि हम 100% निश्चितता से दोनों दर्द में फर्क नहीं कर सकते, लेकिन कुछ संकेत ऐसे हैं जो हार्ट से जुड़े दर्द की पहचान में मदद कर सकते हैं और समय रहते इलाज शुरू करने में सहायक हो सकते हैं।
दर्द की जगह
हार्ट से जुड़ा सीने का दर्द एपिगैस्ट्रिक क्षेत्र (नाभि के ऊपर का हिस्सा) से लेकर गले तक किसी भी स्थान पर हो सकता है। आमतौर पर यह दर्द छाती के मध्य में होता है। कभी-कभी यह बाईं ओर और कभी-कभी दाईं ओर भी महसूस हो सकता है। यह आमतौर पर बाएं कंधे और बाएं हाथ में फैलने वाले दर्द के साथ होता है। कुछ मामलों में यह गले में दर्द के रूप में भी सामने आता है जो चलने पर बढ़ता है।
हालांकि एसिडिटी से जुड़ा दर्द भी इसी क्षेत्र में होता है, लेकिन उसका दर्द आमतौर पर कंधे या हाथ में नहीं फैलता।
साथ में दिखने वाले लक्षण
हार्ट से जुड़ा सीने का दर्द पसीना आना, उल्टी होना, और असामान्य थकान जैसे लक्षणों के साथ आ सकता है। एक और महत्वपूर्ण लक्षण है — चलते समय सांस फूलना।
गैस्ट्रिक समस्या से जुड़ा दर्द भी उल्टी के साथ हो सकता है लेकिन उसमें सांस लेने में तकलीफ नहीं होती।
दर्द बढ़ने या घटने के कारण
हार्ट में ब्लॉकेज से जुड़ा दर्द दो तरीकों से हो सकता है
- जब ब्लॉकेज 80-90% से कम होता है:
इस स्थिति में व्यक्ति को चलते समय, सीढ़ी चढ़ते समय या भारी वजन उठाते समय दर्द महसूस होता है। जब व्यक्ति आराम करता है या चलना बंद करता है तो दर्द 5 से 10 मिनट में कम हो जाता है। - जब रक्त नलिकाओं में पूरी तरह से ब्लॉकेज होता है:
ऐसी स्थिति में दर्द आराम के समय भी होता है और 10 मिनट के आराम के बाद भी नहीं घटता।यह लगातार बना रहता है। यह दर्द मरते हुए हार्ट मसल्स का संकेत होता है। यदि सीने में दर्द लगातार बना रहे और इसके साथ पसीना, उल्टी या थकान भी हो, तो यह बड़ा हार्ट अटैक हो सकता है।
गैस से जुड़ा दर्द आमतौर पर खाली पेट या मसालेदार खाना खाने के बाद बढ़ता है। यह शारीरिक गतिविधि से जुड़ा नहीं होता।
संबंधित जोखिम कारक
अगर किसी व्यक्ति को सीने में दर्द है और उसके साथ निम्नलिखित जोखिम कारक भी हैं, तो यह हार्ट अटैक से संबंधित हो सकता है, न कि सिर्फ एसिडिटी से। ये स्थितियाँ हृदय की रक्त नलिकाओं में कोलेस्ट्रॉल जमा होने और हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ाती हैं:
- परिवार में जल्दी हार्ट डिजीज का इतिहास (पिता/भाई को 55 वर्ष से पहले या माँ/बहन को 65 वर्ष से पहले हार्ट अटैक, स्टेंटिंग या बायपास सर्जरी हुआ हो)
- पुराना डायबिटीज, हाई बीपीया हाई कोलेस्ट्रॉल
- स्मोकिंग की आदत
- बैठे रहने वाली जीवनशैली
- अनहेल्दी खानपान
निष्कर्ष
यदि किसी व्यक्ति को हृदय रोग के जोखिम कारक हैं, तो उसे सीने के दर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए — विशेषकर जब दर्द के साथ सांस फूलना हो, या यह चलने-फिरने से बढ़ता हो, या दर्द कंधे या गले में भी महसूस हो।
5 से 10% मरीजों को ऊपर बताए गए क्लासिकल लक्षण नहीं भी हो सकते, इसलिए किसी भी संदेह की स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
