Low BP एक बहुत ही आम शब्द है जिसका उपयोग तब किया जाता है जब किसी को चक्कर या बेहोशी जैसा महसूस होता है। कई बार Low Blood Pressure एक संयोगवश पाया जाने वाला लक्षण हो सकता है, और हमें अन्य कारणों की जांच करनी चाहिए जैसे चक्कर आना या जल्दी थक जाना।
WHAT IS NORMAL BP?
सामान्य BP क्या है?
सामान्य BP 120-140 mmHg सिस्टोलिक और 70-80 mmHg डायस्टोलिक के बीच होता है।
WHAT IS LOW BP?
Low BP क्या होता है?
Low BP की कोई निश्चित परिभाषा नहीं है जब तक इसके साथ लक्षण न जुड़े हों। सामान्यतः यदि किसी व्यक्ति का सिस्टोलिक BP 90 mmHg से कम या डायस्टोलिक BP 60 mmHg से कम हो और इसके साथ लक्षण मौजूद हों, तो इसे Low BP कहा जाता है। किसी दुबले-पतले व्यक्ति का सिस्टोलिक BP 90 mmHg से कम हो सकता है, लेकिन यदि उन्हें कोई लक्षण नहीं हैं, तो उसे हम Low BP नहीं मानते।
WHAT ARE THE SYMPTOMS OF LOW BP?
Low BP के लक्षण क्या हैं?
- चक्कर आना और पसीना आना
- तेज धड़कन (Palpitations)
- सिर हल्का महसूस होना
- ठंडी और पसीने वाली त्वचा
- धुंधला दिखना
- ध्यान केंद्रित न कर पाना
WHAT ARE THE COMMON REASONS FOR LOW BP?
Low BP के आम कारण क्या हैं?
- डायरिया या उल्टी के कारण शरीर में पानी की कमी (Dehydration)
- वैसोवेगाल अटैक या ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन
- दुर्घटना या बड़ी सर्जरी के बाद खून की कमी
- प्रेग्नेंसी
- लंबे समय तक बेड रेस्ट
- हृदय रोग जैसे हार्ट वाल्व की समस्या, हृदय का पंपिंग कम होना (Low EF), हृदय की इलेक्ट्रिकल कंडक्शन में समस्या
- इन्फेक्शन और सेप्सिस
- एलर्जी जिससे एनाफिलैक्सिस हो सकता है
- हार्मोनल (Endocrine) समस्याएं
- BP और अन्य मानसिक दवाइयां
IS ANY TEST NEEDED FOR LOW BP?
क्या Low BP के लिए कोई जांच ज़रूरी है?
उपरोक्त स्थितियों का पता आमतौर पर मरीज की हिस्ट्री को ध्यानपूर्वक समझकर ही लगाया जा सकता है। लेकिन कभी-कभी अन्य संभावनाओं को खारिज करने के लिए ECG, ECHOCARDIOGRAM, ब्लड काउंट और अन्य ब्लड टेस्ट की आवश्यकता हो सकती है।
HOW TO MANAGE LOW BP?
Low BP को कैसे मैनेज करें?
- पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो
- लंबे समय तक खड़े रहने, बहुत गर्म पानी से नहाने और भारी व्यायाम से बचें
- किसी भी हार्मोनल समस्या के लिए जाँच और उपचार करवाएं
- यदि आपकी BP की दवा Low BP का कारण है, तो डॉक्टर की सलाह से उसकी मात्रा समायोजित करें
- डॉक्टर की सलाह से भोजन में थोड़ा अतिरिक्त नमक शामिल करें
